उठो 'मानव' निन्द्रा तोड़ो 'किरण' का तुमको आया पैग़ाम। उठो 'मानव' निन्द्रा तोड़ो 'किरण' का तुमको आया पैग़ाम।
जमीं पे बिखरे फूल पेड़ो की छांव में दोस्ताना हेल्लो हाय और फ़ाइन यू आर माई वेलेंट जमीं पे बिखरे फूल पेड़ो की छांव में दोस्ताना हेल्लो हाय और फ़ाइन य...
हर सांस का कतरा कतरा, अब गिरवी है तुम्हारे लिए हर सांस का कतरा कतरा, अब गिरवी है तुम्हारे लिए
ये सूरज का निकलना और, शाम होते ही ढल जाना, बताता है हमें फानी ये सूरज का निकलना और, शाम होते ही ढल जाना, बताता है हमें फानी
कलम ताक़त है न कि कोई कटार, जिसे जब चाहा उतार दिया ,शब्दों के सीने में और कर दिया उन्हें बेजुबान कलम ताक़त है न कि कोई कटार, जिसे जब चाहा उतार दिया ,शब्दों के सीने में और कर दि...
जानती हूँ सच नहीं वो क्रश है बस मेरा॥ जानती हूँ सच नहीं वो क्रश है बस मेरा॥